Amazon Great Indian Festival सेल का आगाज़
ई-कॉमर्स ऑनलाइन इंटरनेट पर व्यापार करने वाली कंपनी अमेजॉन ने 10 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक पूरे भारतवर्ष में ग्रेट इंडिया फेस्टिवल सेल की घोषणा की है। जबकि यह सेल अमेजन प्राइम मेंबर्स के लिए 1 दिन पहले यानी 9 अक्टूबर को 12:00 बजे से ही शुरू कर दी जाएगी। इस सेल के अंदर अमेज़न द्वारा एसबीआई डेबिट और क्रेडिट कार्ड पर दस परसेंट तक की छूट की घोषणा की गई है।
वहीं रोजमर्रा की जरूरत में काम आने वाले सामान पर 70 परसेंट तक की छूट दी गई है।
व मोबाइल फोन वन प्लस सिक्स पर ₹5000 का डिस्काउंट व वीवो V 9 प्रो पर ₹2000 का डिस्काउंट , सैमसंग गैलेक्सी नोट 8, रेडमी, ऑनर ,हुवावे ,नोवा जैसे कई स्मार्टफोन की कीमतों में कमी की जाएगी वहीं अमेजॉन पे से भुगतान करने पर प्राइम मेंबर्स को रुपए 2400 तक का कैशबैक मिलेगा ।
व अमेजॉन पे टॉपअप करने पर ₹300 का कैशबैक दिया जाएगा वही आप असीमित फ्री डिलीवरी एक्सक्लूसिव डिल व अर्ली एक्सेस पाने के लिए।₹999 सालाना या 129 रुपए महीने का भुगतान कर। प्राइम मेंबर शिप पा सकते हैं। साथ ही अगर आप को खरीदा हुआ प्रोडक्ट पसंद नहीं आता है। तो आप उसे अमेजॉन द्वारा दिए गए समय में वापस लोटा सकते हैं। जिसे अमेज़न का डिलीवरी मैन आपके द्वारा दिए हुए पते से वापस ले जाता है। व आपका पैसा आपको वापस लौटा दिया जाता है। इस ग्रेट इंडिया फेस्टिवल का लाभ उठाने के लिए। व अमेजॉन से डिस्काउंट पर सामान खरीदने के लिए आप नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। https://amzn.to/2NoN03O
Category: विविध OTHERS
मोबाइल ऐप जो करेगा खोये हुए बच्चों को तलाशने में आपकी मदद
मोबाइल ऐप जो करेगा खोये हुए बच्चों को तलाशने में आपकी मदद
हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य उद्योग तथा नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु और बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापन कैलाश सत्यार्थी ने एक ReUnite नाम का मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। जिससे लापता बच्चों को खोजने में मदद मिलेगी आंकड़ों के अनुसार हिंदुस्तान में हर 8 मिनट में एक बच्चा लापता हो जाता है। हर साल हिंदुस्तान भर से करीब 44000 बच्चे लापता हो जाते हैं जो हमारे सामाजिक जीवन से जुड़ी एक बहुत बड़ी सामाजिक चुनौती है।
आइए देखते हैं कैसी है। इस ऐप की कार्यप्रणाली
इस ऐप में खोये हुए बच्चे के माता-पिता अपने बच्चों का फोटो व अन्य विवरण अपलोड कर सकेंगे। वहीं आम नागरिक कहीं भी घूमते हुए लापता व संदेहजनक बच्चे की तस्वीर व उसकी पहचान के लिए बच्चे के द्वारा बताया गया निजी ब्यौरा अपलोड कर सकेंगे। ऐप सरकार के पास उपलब्ध लापता बच्चों के डेटाबेस से जुड़ा हुआ होगा। यह फेस रिकग्निशन के जरिए बच्चों की पहचान करेगा चेहरा मिलने पर यूजर को अलर्ट भेजा जाएगा। जिससे खोये हुए बच्चे को ढूंढने में मदद मिलेगी। यह ऐप Google Play Store और Apple store पर उपलब्ध है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जानने योग्य पांच महत्वपूर्ण बातें
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जानने योग्य पांच महत्वपूर्ण बातें।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी ने झारखंड से 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की घोषणा की यह योजना 29 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 445 जिलो में लागू होगी। इसमें 10 करोड परिवारों के करीब 50 करोड़ लोगों का सालाना ₹5 लाख खर्च तक का इलाज मुफ्त किया जाएगा। आइए जानते हैं इस योजना की पांच मुख्य बातें।
1. इस योजना के लिए पात्रता का आधार क्या है?
2011 की जातिगत सामाजिक व आर्थिक आधार पर की गई जनगणना में गरीब के रूप में चिन्हित किए गए परिवार इस योजना के लाभार्थी होंगे। वहीं इसके लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होगी।
2. इस योजना में अपनी पात्रता कैसे जाने?
पात्रता जाने के लिए नेशनल हेल्थ एजेंसी की वेबसाइट:-mera.pmjay.gov.in,या www.abnhpm.gov.in पर विजिट कर लाभार्थियों की लिस्ट में अपना नाम देख सकते हैं। या हेल्पलाइन नंबर14555 पर फोन करके जानकारी ले सकते हैं।
3. इलाज किन अस्पतालों में होगा सरकारी या प्राइवेट?
इसके लिए बड़ी तादाद में सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों ने इससे जुड़ने की इच्छा जताई है। मतलब इस योजना का लाभ प्राइवेट और सरकारी दोनों ही अस्पतालों में मिलेगा। इसमें इलाज के कुल 1354 पैकेज हैं। जिनमें कैंसर सर्जरी, कीमो थेरेपी,रेडिएशन थेरेपी हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, रीड की सर्जरी, दांतो की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, और एमआरआई व सिटी स्कैन जैसी जांचे शामिल हैं।
4. इस योजना का लाभ लेने के लिए अस्पताल में कहां संपर्क करना होगा?
इस योजना के पैनल में शामिल हर अस्पताल में आयुष्मान मित्र हेल्पडेस्क होगा। जहां लाभार्थी अपने दस्तावेज दिखा। अपनी पात्रता सुनिश्चित कर सकेगा। यहां इलाज के लिए लाभार्थी को कोई पैसा नहीं देना होगा। इलाज पूर्णतया मुफ्त होगा।
5.इस इलाज का खर्च राज्य सरकारें वहन करेंगी या केंद्र सरकार?
इसका खर्च 60% केंद्र सरकार वहन करेगी वह 40% भार राज्य सरकारों पर पड़ेगा।
ड्राइविंग लाइसेंस व्हीकल आरसी इंश्योरेंस और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट साथ रखने का झंझट खत्म
केंद्र सरकार ने किया मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव डिजिटल डॉक्यूमेंट को किया कानूनी वैध जिसमें ड्राइविंग लाइसेंस व्हीकल आर सी इंश्योरेंस और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट पैन कार्ड पासपोर्ट मार्कशीट डिग्री व अन्य सभी दस्तावेज को digilocker में स्टोर कर रखना होगा। ट्रैफिक पुलिस व अन्य विभागों के लिए डिजिटल दस्तावेजों का प्रयोग किया जा सकेगा। जिसमें हमें डॉक्यूमेंट की हार्ड कॉपी रखने की आवश्यकता नहीं होगी। डिजिटल दस्तावेज पूर्णतया मान्य होंगे।
क्या है डिजी लॉकर
डिजी लॉकर सरकार की एक क्लाउड स्टोरेज बेस्ड सर्विस है। जिसमें स्मार्टफोन के जरिए सभी डॉक्यूमेंट को डिजिटल तौर पर स्टोर किया जा सकता है व स्टोर किए हुए डॉक्यूमेंट को हम बतौर ID जहां जरूरत हो वहां प्रयोग में ले सकेंगे हैं व शेयर किया जा सकेगा इसमें 1GB तक का डाटा स्टोर किया जा सकता है।
डिजी लॉकर को कैसे इनस्टॉल करें।
Step-1 Google Play Store से डिजी लॉकर को डाउनलोड कर इंस्टॉल व ओपन करे ओपन करने पर स्क्रीन पर दो ऑप्शन दिखेंगे जिस में एक साइन इन वह एक साइन अप का होगा यदि आपका अकाउंट पहले से ही डिजि लॉकर पर है तो साइन इन पर क्लिक करें। यदि आप पहली बार डिजी लॉकर का उपयोग कर रहे हैं तो साइन अप पर क्लिक करें।
Step-2 साइन अप पर क्लिक कर यहां आपको अपना मोबाइल नंबर डालना होगा मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी से वेरिफिकेशन की प्रोसेस होने के बाद आप अपना यूजर नेम व पासवर्ड क्रिएट कर सकते हैं।
Step-3 डिजी लॉकर को एक्सेस करने के लिए आपके आधार नंबर को इस से लिंक करना होगा। Tap on link Aadhaar के ऑप्शन पर क्लिक करें और यहां 12 अंकों का आधार नंबर डालें फिर ओटीपी से वेरीफाई कर डिजी लॉकर पर डॉक्यूमेंट स्टोर कर इस्तेमाल करें।
दांतो के दर्द के लिए घरेलू नुस्खे
दांत दर्द
ठीक ही कहा गया है कि दांत गए तो स्वाद गया। आजकल हर इंसान को दांतों की कोई न कोई समस्या होती रहती है। अगर हम हमारे दांतो की स्वयं देखभाल करें तो इस समस्या को दूर रखा जा सकता है।दांत दर्द के लिए घरेलू नुस्खे
काली मिर्च तुलसी के पत्ते को पीसकर उनकी छोटी-छोटी गोलियां बनाकर धूप में सुखाकर रख ले। दांत दर्द होने पर एक गोली मुंह में रखकर वाय का पानी निकलने दे। कुछ ही समय के पश्चात दर्द ठीक हो जाएगा। दांत में दर्द हो तो मुंह में लौंग कूट कर रखें और मुंह को ढीला छोड़ कर पानी को निकलने दे। इससे दांतों का दर्द ठीक हो जाएगा।दंत मंजन बनाने की विधि
दांतों की सब बीमारियों का इलाज सेंधा नमक आधा ग्राम, माजूफल आधा ग्राम, गुलाब के फूल आधा ग्राम, फिटकरी 2 ग्राम, अकरकरा 5 ग्राम, अनार के छिलके 10 ग्राम इन सब चीजों को कूट-पीसकर बारीक कपड़े से छानकर दांतो पर मलने से दांतों के रोग दूर हो जाते हैं।दांतों की रक्षा कैसे की जाए
काली मिर्च तुलसी के पत्तों में पीसकर थोड़ा सा ज्यादा तंबाकू मिलाकर दुखने वाली दाँत के साथ ही जरा सा रखकर मुंह को ढीला छोड़ दें। ताकि गंदा पानी निकल जाए। ऐसा करने से थोड़े समय में ही दर्द ठीक हो जाएगा। हल्दी को पीसकर दांतों पर मलने से दांत साफ हो जाते हैं।परहेज भिंडी आलू राजमा व चावल बिल्कुल न खाए।india post payments bank know about its 10 things भारतीय डाक भुगतान बैंक के बारे में जानने योग्य 10 बातें
भारतीय डाक भुगतान बैंक के बारे में जानने योग्य 10 बातें
1 सितंबर को भारत सरकार द्वारा भारतीय डाक भुगतान बैंक की शुरुआत कर दी गई है। इसके उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया। कि सरकार की योजना है। कि देशभर के 1.55 लाख डाकघरों को 31 दिसंबर 2018 तक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के रूप में तब्दील कर देगी। इस बैंक का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग और वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराना है। और इस कार्य में देशभर के डाकिए बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। शुरू में 650 शाखाओं और 3250 एक्सेस पॉइंट के साथ इसकी शुरुआत की गई है। आइए जानते हैं आखरी भारतीय डाक भुगतान बैंक मैं क्या खास है। और कैसे काम करेगा।
1. भारतीय डाक भुगतान बैंक में बचत खातों पर 4% ब्याज दिया जाएगा। और अन्य किसी भी प्रकार की सेवा के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
2. डाक भुगतान बैंक में एक अकाउंट के हिसाब से सालाना ₹100000 तक जमा किया जा सकेगा। लेकिन इसमें किसी प्रकार का लोन उपलब्ध नहीं होगा।
3. यह भुगतान बैंक अपने सहयोगियों के रूप में काम करेगा। इसके तहत थर्ड पार्टी प्रोडक्ट्स उपलब्ध करवाए जाएंगे। उदाहरण के लिए यह अन्य बैंकों जैसे PNB के एजेंट के रूप में काम करेगा।
4. भारतीय डाक भुगतान बैंक बचत व चालू खाते मनी ट्रांसफर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर बिल और यूटिलिटी पेमेंट और दुकानदारों को भुगतान जैसी वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराएगा।
5. भारतीय डाक भुगतान बैंक 17 करोड़ पोस्टल सेविंग बैंक अकाउंट को लिंक करेगा ।
6. इस भुगतान बैंक के द्वारा मुख्यतः बैंकिंग सुविधाओं को ग्रामीण क्षेत्र के आम आदमी की पहुंच के दायरे में लाना है। और इसे एक विश्वसनीय बैंक के रूप में स्थापित करना है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए डाक विभाग के तीन लाख डाकिए और ग्रामीण डाक सेवक बड़ी भूमिका निभाएंगे।
7.भारत सरकार ने भारतीय डाक भुगतान बैंक के खर्च में 80% राशि की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। यह राशि 1435 करोड रुपए होगी। इसमें भारतीय डाक भुगतान बैंक को वर्तमान के पेमेंट बैंक जैसे एयरटेल पेमेंट बैंक और पेटीएम बैंक से प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी।
8. कैबिनेट ने डाक सेवकों को भारतीय डाक भुगतान बैंक के उत्पादों की बिक्री और सेवाओं के बदले में कमीशन देने की मंजूरी दी है। सेवाएं देने वाले डाक सेवकों को सीधे 25% कमीशन मुहैया कराया जाएगा। जबकि 5% डाक विभाग लेगा। यह कमीशन कर्ज और बीमा उत्पादों की बिक्री समेत अन्य सेवाएं मुहैया कराने पर मिलेगा। डाकिए को भी यह कमीशन उत्पादों की बिक्री पर दिया जाएगा।
9. भारतीय डाक भुगतान बैंक में सो प्रतिशत हिस्सेदारी भारत सरकार की ही होगी। इसकी स्थापना डाक विभाग संचार मंत्रालय भारत सरकार के तहत की गई है।
10. सबसे पहले भारतीय डाक भुगतान बैंक की शुरुआत 30 जनवरी 2017 को पायलट ब्रांच के आधार पर की गई थी।
benami property act indiaक्या है बेनामी संपत्ति
क्या है ? बेनामी संपत्ति
बेनामी लेनदेन विधेयक 2015
बेनामी लेनदेन (निषेध) अधिनियम 1988 में पहली बार लाया गया था।
लेकिन 15 वीं लोकसभा के भंग होने के कारण अधिनियम पारित नहीं हो सका था।
2015 में मौजूदा राजग सरकार ने संशोधित बेनामी लेनदेन विधेयक को संसद में पेश किया। संसद ने इस अधिनियम में संशोधन को मंजूरी दे दी थी।
कोनसा लेनदेन बेनामी सम्पति लेनदेन माना जाता हैं।
- सम्पति का ऐसा लेनदेन जो फर्जी नामों में किया गया है।
- जहां सम्पति का मालिक सम्पति के मालिकाना हक़ से इंकार करता हो
- सम्पति पर खर्च का जिक्र अपने इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं किया हो
- बेनामी तरीके से की जाने वाली लेनदेन चल या अचल, ठोस या अमूर्त यहां तक कि सोने और वित्तीय प्रतिभूतियों में हुई लेनदेन भी शामिल होगा
कोनसा लेनदेन बेनामी सम्पति लें दें नहीं माना जाता है।
- माता पिता पत्नी व बच्चो के नाम खरीदी गए सम्पति जिसकी घोषणा अपनी आय व खर्चो में की गयी हो
- भाई, बहन, पत्नी, बच्चों के नाम खरीदी गई ज्वाइंट प्रॉपर्टी जो आय के ज्ञात स्रोतों से खरीदी गई हो, बेनामी संपत्ति नहीं कहलाती है।
- जिस लेनदेन में एक ट्रस्टी और लाभार्थी शामिल हो। बेनामी संपत्ति नहीं कहलाती है।
- किसी विश्वासपात्र के नाम खरीदी गई प्रॉपर्टी। इसमें ट्रांजैक्शन किसी ट्रस्टी की तरफ से किया गया हो।
बेनामी लेनदेन विधेयक के तहत प्रस्तावित सजा और जुर्माना:
बेनामी प्रॉपर्टी पाए जाने पर सरकार उसे जब्त कर सकती है। जो व्यक्ति दोषी पाया जाएगा उसे नए प्रावधान के तहत अधिकतम सात साल तक की अवधि के लिए सश्रम कारावास की सजा मिल सकती है। प्रॉपर्टी की बाजार कीमत पर 25 फीसदी जुर्माने का प्रावधान है। जो लोग जानबूझकर गलत सूचना देते हैं उन पर प्रॉपर्टी के बाजार मूल्य का 10 फीसदी तक जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
साथ ही सरकार द्वारा अधिकृत अधिकारी को लगता है कि आपके कब्जे की प्रॉपर्टी बेनामी है तो वह आपको नोटिस जारी कर आपसे प्रॉपर्टी के कागजात तलब कर सकता है। इस इस नोटिस के तहत आपको 90 दिन के भीतर अपनी प्रॉपर्टी के कागजात अधिकारी को दिखाने होंगे।
लेकिन धार्मिक ट्रस्ट इस कानून के दायरे से बाहर रहेंगे।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) ने सब इंस्पेक्टर हेड कांस्टेबल के 390 पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में सब इंस्पेक्टर हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल के 390 पद
जिसमें सब इंस्पेक्टर (टेलीकॉम) के 17 पद
हेड कांस्टेबल (टेलीकॉम) 155 पद
कांस्टेबल (टेलीकॉम) (218) पद
इन पदों के लिए आवेदन करने से पहले अभ्यार्थी नीचे दी गई विज्ञप्ति के लिंक पर क्लिक करें विज्ञप्ति को ध्यानपूर्वक पढ़े तथा विज्ञप्ति में दिए गए निर्देशों को ध्यान में रखते हुए आवेदन करें।
Starting Date to Apply Online: 04-09-2018
ऑफिशियल वेबसाइट https://www.itbpolice.nic.in/
विज्ञप्ति Notification-ITBP-SI-Head-Constable-Constable-Posts
neta app launch नेता एप तैयार करें हर नेता का रिपोर्ट कार्ड।
